शुगर मरीज़ के लिए तीन ज़रूरी सुझाव ज़रूर पढ़े
Content -
- Introduction
- Hba1c
- Glycemic index
- Keto diet
- Ayush 82
आयुर्वेद का उद्देश्य
Disclaimer - Content for General Awareness, Based on study & research work.
Sugar / Diabetic / मधुमेह एक ही बीमारी के नाम है,
आज के समय में शुगर एक महामारी बन चुकी है,
लेकिन बिना अलार्म के,
यह एक से दूसरे को तो नहीं फेलता पर पीढ़ी-दर-पीढ़ी में जाता है
शुगर रोगी को क्या खाना चाहिए क्या नहीं ,
इसका सबसे आसान तरीका है.
आप अगर ये तीन बात जान ले,
- HbA1c
- Glycemic index
- Keto diet
HbA1c-
ये औसत 3 महीने वाली ब्लड शुगर है ,
HbA1C की जांच खून से की जाती है
HbA1c -एक ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन है
(Glycosylated Hemoglobin) यानी जब शुगर अणु (Sugar- Molecule) आरबीसी (RBCs) से अटैच होता है
इसका औसत पीरियड (Average time) 120 दिनों का है.
जितना ज्यादा ये पीरियड (Time) होगा ,
उतना ज्यादा एवरेज शुगर (Average sugar) होगा ,
यानि उतना ज़्यादा HbA1C.
जितना HbA1c उतना ज्यादा अनकंट्रोल शुगर
(Uncontrol Blood Sugar)
Hba1c का अलग अलग लेबल (Label) होता है
- Borderline
- Moderate
- High
Borderline HbA1C - जब लेवल 7 से नीचे रहे
Moderate HbA1c - जब लेवल 7-8.5 से नीचे रहे
High HbA1c - जब लेवल 8.5 से ऊपर रहे
Borderline HbA1c- Can be control by Diet (खान-पान से नियंत्रित किया जा सकता है)
Moderate - खान-पान और दवा से
High - खान-पान और दवा से और इंसुलिन (Insulin)
अपने Hba1c पर ध्यान दें और अपने मधुमेह को नियंत्रित करें। Focus on Your Hba1c and control your diabetics.
Glycemic index -
Glycemic Index एक रैंकिंग है
हर चीज की जो धरती पर हैं , जिनमे कार्बोहाइड्रेट मिलते हैं, Carbohydrate Are Parent of All Sugar on Earth (कार्बोहाइड्रेट पृथ्वी पर सभी Sugar के जनक हैं) Glucose and fructose and sucrose are all carbohydrates. All are sweeteners.
लेकिन फर्क है तीनो में , Glucose Increase Blood Sugar faster then fructose and sucrose.
So choose wisely ( इसलिए पहले सोचो फिर चुनो ).आप ग्लाइसेमिक इंडेक्स डायरेक्ट Google पर जा कर पता कर सकते हैं, Some Dietician prefer ग्लाइसेमिक लोड (Glycemic Load) और इंसुलिन इंडेक्स (Insulin Index) पसंद करते हैं Over Glycemic index .
It's Depend Upon the Physician ,
What He / She advice to you.
(यह चिकित्सक पर निर्भर करता है कि वह- आपको क्या सलाह देता/देती है)
We Have to choose substance that have glycemic index below 50-55. This are Best for Diabetic Patients and Maintain Average Blood Sugar.
Range Over 55, not Advice to Take Such Substance.
Keto Diet
The word keto is derived from ketogenic.
Ketosis - mean एक Metabolic condition है
जिसमें आपका शरीर Carbs के बजाय Fuel के लिए वसा का उपयोग करता है, Which means Intake Of Low Carb and High Protein Diet. Ketogenic Diet बहुत कम कार्बोहाइड्रेट, उच्च वसा (Fat)वाला आहार है.
इसमें कार्बोहाइड्रेट का सेवन काफी कम करना और Fat के साथ बदलना है।
Liver , Fat को Ketone में बदल देता है, जो Brain के लिए ऊर्जा की Supply करता है, कई प्रकार के केटोजेनिक आहार (Ketogenic Diet ) हैं, ये आपके डॉक्टर पर निर्भर करता है कि वो कोन सा सुझाव देता है
Inetrmittent Fasting का अभ्यास करने से भी आपका शरीर Ketosis तेजी से कर सकता हैं।
Several Tests are available to Check whether you Entered or Not in Ketosis.
For Ketosis Fat Source Should be Reached in Unsaturated fatty acid.
By Knowing all these 3 steps we can start controlling diabetes. (as per modern science.)
AYURVEDIC ASPECT
आयुर्वेद में सदवृत का उल्लेख है , इसमें लिखे नियम,
जिनका अनुसरण करने से मानव स्वस्थ महसूस करता है
उसमें से एक नियम है खाने से संबंधित.
खाना सही से न पचने पर आम बनता है.
आम - basically Undigested Food.
आयुर्वेद के अनुसर आम ही सब बिमारियों का करण है,
आम के करण ही बहुत सारे रोग पैदा होते हैं.
आम क्यो बनाता है इसके बहुत सारे कारण है,
अग्निमांध्य और अधिक भोजन करना ये बड़े कारण हैं.
आम- एक Broad Topic है जिसको जाने के लिए गहन ज्ञान
(Deep Knowledge) और समय (Time) की आवश्यकता है
आम से जानित बीमारी के लिए उपाय - रुक्ष और लंघन , दीपन और पाचन .
आम की मात्रा कितनी है- उसी अनुसार उसके लक्षण देखने को मिलते है , लक्षणों को देखा ही इलाज किया जाता है.आम की चिकित्सा कर आयुर्वेद आचार्य तब औषधि या पंचकर्म से इलाज शुरू करता है
एकल औषधि (Single drug) या एकाधिक औषधि (Multiple Drug ) का प्रयोग ये आचार्य पर निर्भर करता है.
योग, आहार , विहार का पालन निहित है.
AYUSH 82 -
A Poly-Herbal drug designed by CCRAS & MINISTERY OF AYUSH & NPCDCS For diabetic patients after a successful trial launched in the market.
Diabetic medicine captures a large space in the market till lead to failure in the case of diabetes and increased mortality. its money-driven market no perfect treatment for diabetic patients.
Focus on Diet and Yoga and Follow Ayurveda, for better well-being.
If you like Then share and If any suggestions then comment, please.
Facebook - Healthcocktail07 by manish kumar
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